ओ प्यारे भारत देश मेरे…
ओ प्यारे भारत देश मेरे क्या खूब रवानी तेरी है ,
धीरे-धीरे सदियाँ बीतीं क्या खूब कहानी तेरी है |
अफ्रीका के पूरब से चलकर मनुज यहाँ पर जब आए,
तेरे पश्चिम सागर तट से फिर सुदूर पूर्व में बढ़ पाए |
अंडमान तक पहुँच गए वे ऐसे ही बढ़ते–बढ़ते ,
दो लाख साल पहले बने मनुज नेग्रीटो नाम से कहलाए |
पचास हजार वर्ष से ज्यादा यह कथा पुरानी तेरी है ,
धीरे-धीरे सदियाँ बीतीं क्या खूब कहानी तेरी है |
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अफ्रीका से ही फिर से निकल इक दूजी लहर पुनः आई ,
लहराते बाल भले ही इनके नेग्रीटो जैसी ही छवि पाई |
यह ही लहर तेरे उत्तर से पूर्वी एशिया तक जा पहुँची ,
सिंध से ओड़िशा छाने वाली यह रेस ऑस्ट्रेलियाड कहलाई |
चालीस हजार वर्ष से ज्यादा यह कथा पुरानी तेरी है ,
धीरे-धीरे सदियाँ बीतीं क्या खूब कहानी तेरी है |
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पचास हजार साल पहले ही कुछ मानव में बदलाव हुए ,
जलवायु से स्टेपी में रहने वालों के रंग थोड़े से साफ़ हुए |
ऑस्ट्रेलियाड से ही मंगोलौइड और कौकसिऔइड रेस बनीं,
कौकसिऔइड सिन्धु नदी के तट पर आकर आबाद हुए |
बारह हजार वर्ष से ज्यादा यह कथा पुरानी तेरी है ,
धीरे-धीरे सदियाँ बीतीं क्या खूब कहानी तेरी है |
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बारह हजार साल पहले नदियों पर कृषि का प्रादुर्भाव हुआ ,
शहरों और लिखाई का पाँच हजार साल पहले विकास हुआ |
कास्य काल की सिंधु सभ्यता तेरे उत्तर-पश्चिम में फ़ैल गई ,
सिंध में रहने वालों का एशिया भर से व्यापार हुआ |
दस हजार वर्ष से ज्यादा यह कथा पुरानी तेरी है ,
धीरे-धीरे सदियाँ बीतीं क्या खूब कहानी तेरी है |
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घोड़ों से चलने वाले रथ लेकर कौकसिऔइड फिर आए ,
वे तीली वाले रथ दौड़ाते उन्नत काव्य परम्परा भी लाए |
इनकी ही हिन्द-यूरोपीय भाषाएँ पूरे यूरोप एशिया में फैलीं ,
यहीं पर आकर आर्यों ने देवों के ऋचाओं में गुण गाए |
चार हजार वर्ष से ज्यादा यह कथा पुरानी तेरी है ,
धीरे-धीरे सदियाँ बीतीं क्या खूब कहानी तेरी है |
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चार हजार साल पहले ही तेरे पूरब मंगोलौइड भी आन बसे ,
बीस हजार साल पहले ये ही रूस से हो अमरीका को चले |
अमेरिका में मूल अमरीकी बन सारे पूर्वी एशिया छाए,
देश मेरे तुझमें सब आकर हँसी-खुशी सारे ही पले |
तू ही सबका आश्रय दाता यह बात पुरानी तेरी है ,
धीरे-धीरे सदियाँ बीतीं क्या खूब कहानी तेरी है |
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सभी विवाद तभी तक जिंदा जब तक हम यह सच न जानें ,
प्यार नाम है भेद भुलाना नफ़रत के सब भेद जताने |
किसी देश का रहने वाला रंग ,रूप ,धर्म कोई भाषा,
सबके सब नेग्रीटो से ही पैदा अफ्रीका की ही सब संतानें |
सबको तूने पाला पोसा यह ख्याति पुरानी तेरी है ,
धीरे-धीरे सदियाँ बीतीं क्या खूब कहानी तेरी है |
1.Negrito-“little black person” ;2. Australoid (southern+like) ,denoting the broad division of humankind represented by Australian Aboriginal peoples:3.Caucasoid (Caucasus+like) ,काकेशस -A region between the Black and Caspian Seas ;4.Mongoloid (mongol+like) ;5.प्रादुर्भाव-origin ;6.कास्य-bronze ;7.हिन्द-यूरोपीय- Indo-European |